Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024: केंद्र सरकार के द्वारा परंपरागत कृषि विकास योजना को शुरू किया गया है। यह योजना देश के किसानों को जैविक खेती करने के लिए शुरू किया गया है। इस योजना के तहत सरकार किसानों को जैविक खेती करने के लिए आर्थिक सहायता देंगे। परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत आधुनिक तकनीक के बारे में किसानों को बताया जाएगा।
इस योजना के सरकार किसानों के खेतों की उर्वरकता को बढ़ाने का कार्य कर रही है। आजकल के किसान अपने खेतों में इतनी ज्यादा रसायन खाद का इस्तेमाल करते हैं जिससे फसल सही ढंग से उपज नहीं हो पाती है। जैविक खेती होने से देश के लोगों को स्वस्थ और अच्छी सब्जी मिल सकेगी।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 Overview
योजना का नाम | परंपरागत कृषि विकास योजना |
शुरू किया गया | भारत सरकार के द्वारा |
लाभार्थी | देश के किसान |
उद्देश्य | जैविक खेती को बढ़ावा देना |
साल | 2024 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
आर्थिक सहायता | 50 हजार रूपये तक |
आधिकारिक वेबसाइट | यहाँ क्लिक करें |
परम्परागत कृषि विकास योजना एक पारंपरिक कृषि योजना है, जो साल 2015 में शुरू किया गया था। जैविक खेती से भूजल और सतह पानी में नाइट्रेट की लीचिंग भी कम होती है। यही कारण है कि सरकार किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करती है। साथ ही किसानों को जैविक खेती के ऐसी तकनीक के बारे में बताया जाएगा, जिससे कि कृषि की लागत कम हो सके और उनकी आय में वृद्धि हो। दोस्तों आज के इस आर्टिकल के अंदर हम आपको बताएंगेपरंपरागत कृषि विकास योजना योजना के बारे में पूरी जानकारी। यदि आप भी एक कृषक हैं, तो हमारे इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ें।
परंपरागत कृषि विकास योजना 2024
सॉइल हेल्थ योजना के आधार पर पारंपरिक कृषि विकास योजना को शुरू किया गया है। इस योजना ने किसानों को जैविक खेती करने के लिए काफी ज्यादा प्रेरित किया है। अगर किसी किसान के पास खेती के लिए पैसा नहीं है तो सरकार इसके लिए आपको पैसा देती है। जैविक खेती के स्थाई मॉडल को आधुनिक विज्ञान और पारंपरिक ज्ञान दोनों का उपयोग करके इस योजना का निर्माण किया जाएगा। पुरानी कृषि विकास योजना का मुख्य लक्ष्य मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाना है।
इस योजना के माध्यम से क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो का प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण किया जाता है। किसान के जैविक खेती करने से पर्यावरण अनुकूल रहेगा जिससे हमें शुद्ध ऑक्सीजन मिलेंगे। 2015-16 में क्लस्टर मोड में रसायनिक मुक्त जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए यह योजना शुरू की गई। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई परम्परागत कृषि विकास योजना का मुख्य उद्देश्य मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाना है और क्लस्टर, क्षमता, मूल्यवर्धन, विपरण और आदनो को प्रोत्साहन देना है।
यह योजना किसानों के लिए ही नहीं बल्कि देश के सभी लोगों के लिए है। जैविक खेती से मिलने वाले सब्जी सेहत के लिए काफी ज्यादा अच्छा माना जाता है। आजकल लोग खेती करने के लिए तरह-तरह के रासायनिक खाद का उपयोग करते हैं। सरकार इस योजना के तहत देश के किसानों को परंपरागत तरीके से खेती को बढ़ावा देंगे। जिस देश के लोग स्वस्थ रह सके।
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Paramparagat Krishi Vikas Yojana Aim
जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। जैविक खेती करने वाले किसानों को इस योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जाएगी।इस योजना से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार भी हो पायेगी। इसके अलावा, जैविक खेती में कीटनाशकों का कम उपयोग होने से परम्परागत कृषि विकास योजना से पौष्टिक, रसायनिक मुक्त भोजन बनाया जा सकेगा। हमारे देश के लोगों की सेहत को बेहतर बनाने के लिए भी परम्परागत कृषि विकास योजना काफी ज्यादा उपयोगी साबित होगी। इस योजना को बढ़ावा मिलने से खेतों की मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
जिससे किसानों के खेतों में पहले से ज्यादा उत्पादन हो सकेगी। इस योजना के तहत सरकार का उद्देश्य किसानों को कम लागत की सुविधा उपलब्ध कराना है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। जैविक खेती होने से हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा और हमें अनुकूल और रसायन वाले चीजों से बचत होगी। इस योजना के तहत किसानों को स्थानीय और राष्ट्रीय बाजारों से भी सीधे जोड़ा जाएगा जिससे वह अपने उपज हुए उत्पादन को अच्छे दामों पर बेच सके।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana Benefits
वैसे तो इस योजना की कई सारे लाभ और विशेषताएं हैं जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण हमने आपको निम्नलिखित बताया है। यह योजना देश के सभी लोगों के लिए बहुत ही लाभदायक होने वाला है।
- सोयल हेल्थ योजना के तहत इस योजना को शुरू किया गया है।
- इस योजना के द्वारा किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित किया जायेगा।
- योजना के तहत जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है।
- आधुनिक विकास और पारंपरिक ज्ञान के माध्यम से खेती का स्थाई मॉडल बनाने में यह योजना मदद करेगी।
- इस योजना से मिट्टी की उर्वरता भी बढ़ेगी।
- पुरानी कृषि विकास योजना के माध्यम से क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए सहायता प्रदान किया जाएगा।
- यह योजना वर्ष 2015–16 में क्लस्टर मोड में रसायनिक मुक्त जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी।
- परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत जैविक खेती के लिए प्रति हेक्टेयर ₹50,000 की आर्थिक सहायता सरकार द्वारा 3 वर्षों के लिए दी जाएगी।
- योजना के तहत किसानों को ₹50000 प्रति हेक्टेयर जैविक उर्वरक, कीटनाशकों और बीजों के लिए दिए जाएंगे।
- किसानों को मूल्यवर्धन और वितरण के लिए ₹8800 मिलेगा।
- इसके अलावा, क्षमता निर्माण और क्लस्टर निर्माण के लिए हर हेक्टेयर के लिए ₹3000 मिलेगा।
- इस योजना का लाभ सीधे किसानों के खाते में डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के माध्यम से भेजा जायेगा।
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Paramparagat Krishi Vikas Yojana Eligibility
- भारतीय मूल निवासी किसान नागरिक PKVY योजना में आवेदन कर सकते हैं।
- पारम्परागत कृषि विकास योजना में आवेदन करने के लिए किसान नागरिक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- योजना के लिए आवेदन केवल किसान श्रेणी के लोग ही कर सकेंगे।
- परम्परागत कृषि विकास योजना में आवेदन करने वाले किसानों के पास सभी आवश्यक दस्तावेजों की होनी चाहिए।
- आवेदन करने वाले किसानों के पास खेती योग्य भूमि होनी चाहिए।
Financial Assistance Will be Received
हमारे देश के प्रधानमंत्री जी ने परम्परागत कृषि विकास योजना शुरू की है, जिसके तहत क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, अन्य गतिविधियों को प्रोत्साहन, मूल्य संवर्धन और विपणन के लिए ₹ 50000 प्रति हेक्टेयर को सहायता दी जाती है और ₹50000 प्रति हेक्टेयर जैविक खाद, कीटनाशक, बीज आदि की खरीद के लिए 3 साल के लिए दिया जाता है। इसके साथ ही 3 साल के लिए प्रति हेक्टेयर ₹8800 मूल्यवर्धन और विपणन के लिए मिलता है। 2024 से पहले, परम्परागत कृषि विकास योजना ने पिछले चार वर्षों में ₹1197 करोड़ खर्च किए हैं इसमें क्लस्टर निर्माण और क्षमता बढ़ाने के लिए प्रति हेक्टेयर ₹3000 की आर्थिक सहायता भी दी जाती है।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana Documents
यदि आप अपना आवेदन परंपरागत कृषि विकास योजना के लिए करना चाह रहे हैं तो आपके पास यह निम्नलिखित दस्तावेज भी जरूर होनी चाहिए।
- आधार कार्ड
- निवासी प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- पहचान पत्र
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
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परंपरागत कृषि विकास योजना 2024 के लिए आवेदन प्रक्रिया
यदि आप भी एक किसान है और परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत लाभ लेना चाहते हैं। यदि आप अपने खेतों में जैविक तरीके से उत्पादन करना चाह रहे हैं तो इस योजना के तहत आपको मदद भी सरकार की तरफ से दिया जाएगा। तो उसके लिए आपको आवेदन करना पड़ेगा जिसकी प्रक्रिया हमने आपको नीचे बताया है।
- आवेदन करने के लिए सबसे पहले किसान को परंपरागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना पड़ेगा।
- उसके बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन का एक विकल्प दिखेगा जहां पर आपको क्लिक कर देना है।
- फिर आपके सामने एक नया पेज खुलकर आ जाएगा जहां पर आपको इंडिविजुअल फार्मर के ऑप्शन पर सेलेक्ट करना है।
- फिर आपके सामने एक नया पेज खुलेगा और यहां पर आपसे कुछ जानकारी आप पूछी जाएगी जिसे आपको भर लेनी है।
- फिर आपको एक अपना यूजर नेम और पासवर्ड बनाना होगा जिसकी सहायता से आप दोबारा इस वेबसाइट में लॉगिन कर पाएंगे।
- फिर आपको नीचे रजिस्टर के बटन पर क्लिक कर देना है।
- आप इस योजना में अपना रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर लेते हैं।
- उसके बाद आपको लॉगिन के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- लोगों के ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आप अपने यूजर नेम और पासवर्ड की सहायता से लॉगिन कर लेंगे।
- उसके बाद आपके सामने इसी योजना के तहत आवेदन करें का एक विकल्प दिखेगा।
- उसे पर आपको क्लिक करना है, फिर आपके सामने एक आवेदन फार्म खुलकर आ जाएगा।
- इस आवेदन फार्म को आपको सही तरीके से भर लेनी है।
- सभी जरूरी दस्तावेज को आपको अपलोड कर लेना है।
- फिर अंत में आपको नीचे सबमिट के बटन पर क्लिक कर देना है।
- इतनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आप इस योजना के लिए अपना आवेदन कर लेते हैं।
Conclusion
दोस्तों आज के इस आर्टिकल के अंदर हमने आपको बताया परंपरागत कृषि विकास योजना के बारे में पूरी जानकारी। यदि आप भी एक किसान है और आपके पास खेती करने के लिए पर्याप्त भूमि है। तो आप इस योजना के लिए अपना आवेदन कर सकते हैं। जैविक खेती करने से खेत की मिट्टी भी स्वस्थ रहती है और उसे उगने वाले फसल भी काफी अच्छे होते हैं। जो कि हमारे सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है। आर्टिकल यदि आपको पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों और परिवारों पर जरूर शेयर करें। इसी तरह की जानकारी लगातार पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग के साथ बने रहे।